कनकदास जयंती 2023, 2024 और 2025
कनकदास जयंती भारत के कर्नाटक राज्य में सार्वजनिक अवकाश का दिन होता है। यहाँ कवि, फिलासफर और संगीतकार कनका दासा रहते थे और पढ़ाया करते थे।
साल | तारीख | दिन | छुट्टियां | राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश |
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2023 | 30 नवंबर | गुरूवार | कनकदास जयंती | KA |
2024 | 18 नवंबर | सोमवार | कनकदास जयंती | KA |
2025 | 8 नवंबर | शनिवार | कनकदास जयंती | KA |
2026 | 27 नवंबर | शुक्रवार | कनकदास जयंती | KA |
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कानका दासा ने सन् 1509 से लेकर 1609 तक सौ साल का लम्बा जीवन जिया। उन्होंने अच्छी शिक्षा प्राप्त करी थी, और मूल रूप से वे एक सैनिक थे। लेकिन एक बार एक युद्ध में बुरी तरह घायल होने पर उन्होंने उस पेशे को त्याग दिया था और साहित्य और संगीत की रचनात्मक दुनिया में अपने कदम रखे थे। उन्होंने बहुत कम उम्र में कविताएँ लिखनी शुरू कर दी थी और उनका अधिकांश काम आज भी बहुत लोकप्रिय है।
लेकिन ये कनका दासा का “आम आदमी की भाषा” को समझना ही था जिसने उन्हें प्रख्याति दिलाई। उन्होंने हर आदमी को अपना “घमंड त्यागने को” और “ मोक्ष” की ओर चलने की सीख दी। और विशेष रूप से वे “सभी को समानता” का दर्जा देने जैसे विचारों के लिए जाने जाते हैं।
कनका दासा के बारे में कई कहानियां हैं। एक कहानी ऐसी है कि एक बार उन्हें अपनी जाति के चलते, मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। उन्होंने उस मंदिर के बाहर कैंप लगाया और रोज़ कई सप्ताहों तक वही भजन कीर्तन करते रहे और गाना गाते रहे। इससे हमे उनके धैर्य के बारे में भी पता चलता है।
पिछले कुछ वर्ष
साल | तारीख | दिन | छुट्टियां | राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश |
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2022 | 11 नवंबर | शुक्रवार | कनकदास जयंती | KA |
2020 | 3 दिसंबर | गुरूवार | कनकदास जयंती | KA |
2019 | 15 नवंबर | शुक्रवार | कनकदास जयंती | KA |
2018 | 26 नवंबर | सोमवार | कनकदास जयंती | KA |
2017 | 6 नवंबर | सोमवार | कनकदास जयंती | KA |